शनिवार, 28 मार्च 2015

सफलता के मंत्र

जीवन में सफलता प्राप्ति के ये 20  मँत्र कहीं पढ़े थे। इन जीवनोपयोगी सूत्रों को अपने शब्दों में ढालकर आप सुधीजनों के समक्ष रख रही हूँ। इन्हें अपने जीवन में अपनाकर उसे सफल बनाने का यथासंभव यत्न कीजिए।
1. अपनी आय से खर्च कम हो जीवन में
     हमेशा ऐसा यत्न करना चाहिए।
2. बिना किसी पूर्वाग्रह के दिन मेँ कम-से-
     कम 3 लोगो की प्रशंसा करिए।
3. खुद की भूल स्वीकारने मेँ कभी भी
     संकोच मत करिए।
4. किसी  के सपनों का मजाक बनाकर  
     कभी हँसना नहीं चाहिए।
5. आपने पीछे खड़े व्यक्ति को भी कभी    
     आगे जाने का मौका दो।
6. हो सके तो हररोज सूरज को उगता हुए
     देखिए अर्थात प्रातः जल्दी उठिए।
7. बहुत जरुरी हो तभी कोई चीज उधार
     लो अन्यथा नहीं।
8. किसी से कुछ जानना चाहते हो तो
    अपने विवेक से दो बार पूछो।
9. कर्ज और शत्रु को कभी अपने ऊपर
     हावी मत होने दो।
10. ईश्वर पर पूरा भरोसा रखो।
11. ईश्वर से प्रार्थना करना कभी मत भूलो
      क्योंकि प्रार्थना में अपार शक्ति होती है।
12. हमेशा अपने काम से मतलब रखना
      चाहिए दूसरों के काम में दखल नहीं
       देना चाहिए।
13. समय बहुत अधिक मूल्यवान है, जहाँ
       तक संभव हो  इसे व्यर्थ के कामों मेँ
       नही गंवाना चाहिए।
14. जो आपके पास है, उसी मेँ खुश रहना
       सीखिए।
15. किसी की बुराई कभी भी मत करो,
      क्योंकि बुराई नाव मेँ हुए छेद के समान
      होती है। छेद छोटा हो या बडा नाव
       को तो डुबो ही देता  है।
16. हमेशा सकारात्मक सोच रखने से
       सफलता मिलती है।
17. हर व्यक्ति कोई न कोई हुनर लेकर
       इस पृथ्वी पर जन्म लेता है। बस उस
       हुनर को तराश व संवारकर दुनिया के
      सामक्ष लाने का प्रयास करिए।
18. कोई भी काम छोटा नही होता हर काम
       बड़ा होता है। सदा यह सोचिए कि जो
       काम आप कर रहे हैं अगर वह काम
       आप नही करते हो तो दुनिया पर क्या
       उसका क्या प्रभाव होता?
19. सफलता उन्हीं को मिलती  है जो कुछ
       कर गुजरने की हिम्मत रखते  हैं।
20. कुछ पाने के लिए कुछ खोना नहीं
       पड़ता बल्कि कुछ करके दिखाना
        होता है।

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