शनिवार, 1 नवंबर 2014

समय बड़ा बलवान है

समय बड़ा बलवान है। बड़े-बड़े राजवंशों व सभ्यताओं को समय के साथ-साथ तहस-नहस होते देखा गया है। इतिहास इसका साक्षी है।
       समय किसी की प्रतीक्षा नहीं करता। हमें समय के साथ-साथ चलना चाहिए। समय के साथ कदम मिलाकर चलने वालों के सफलता कदम चूमती है। इसके विपरीत जो व्यक्ति दौड़ में पीछे रह जाता है उसे जीवन में भी निराशा का सामना करना पड़ता है। सफलता का मूलमंत्र है समय को पहचान कर आगे बढ़ें। कहते हैं कि जो समय की कद्र नहीं करते समय उनको बरबाद कर देता है।
         अपनी शारीरिक और आत्मिक शक्ति को पहचान कर जब समय रहते हम कार्य सम्पादन करेंगे तभी कामयाब होंगे। हम समय का गुलाम न बनें बल्कि उसे अपनी मुट्ठी में करें तभी हम एक सफल इंसान बनेंगे और चारों ओर हमारा यश फैलेगा अन्यथा सारा जीवन निराशा का सामना करना पड़ सकता है।
        जो प्रबुद्ध लोग समय की नब्ज पहचान लेते हैं वे चमत्कार करते हैं। आकाश की ऊँचाई को छूने से लेकर समुद्र की गहराई तक को नाप लेते हैं। हमारी सुख-सुविधा के लिए सभी तरह के अविष्कार कर हमें कृतार्थ करते हैं। महान कालजयी ग्रंथों की रचना करके हमारा मार्गदर्शन करते हैं।
         भारतीय संस्कृति के पोषक हम मानते हैं कि मानव जन्म बहुत दुर्लभ है। चौरासी लाख योनियों के बाद मिलता है।  इस अमूल्य जीवन को आलस्य के कारण यूँ ही बरबाद न करें। इसे समय रहते सत्कर्मों में लगाएँ तभी इसकी सार्थकता है अन्यथा अंतिम समय हमारे पास पश्चाताप करने का समय भी नहीं बचेगा।

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