गुरुवार, 23 अक्तूबर 2014

दीपावली के बाद

कल दीपावली का त्योहार हम सबने पारंपरिक तरीके से व बड़े उत्साह से मनाया। आशा है ईश्वर की कृपा आप पर पूरा वर्ष बनी रहेगी।
      अब नये वर्ष के लिए हमें एक सकारात्मक व सार्थक योजना बनानी है जिससे आने वाला 2015 हमारे लिए नयी खुशियाँ लाए। हमने जो-जो योजनाएँ पिछले वर्ष बनायी उनके विषय में विचार करना कि उन्हें हम कितना पूरा कर पाए। योजनाएँ अगर पूरी हो गईं तो ठीक है और जो किसी कारणवश पूर्ण नहीं हो पायीं उन पर मनन करना आवश्यक है। हमारा यत्न यही होना चाहिए कि उन्हें अविलम्ब पूरा करके आगे बनाई योजनाओं पर जुट जाएँ।
       यदि हम इस प्रकार कर पाते हैं तो अपने जीवन की गाड़ी को सहजता से चला सकते हैं अन्यथा घसीटते हुए थक-हार जाते हैं।
     ईश्वर से यही प्रार्थना है कि वह आप सभी की मनोकामनाओं को पूर्ण करे और सबके जीवन को इन्द्रधनुषी रंगों से सराबोर करे।

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